छोटी-छोटी खबरों में छुपा है बदलाव का बीज

🧾 विचार: 
जब हम किसी पुल के उद्घाटन, किसी ऐप के नए फीचर, या किसी गांव में खुले स्कूल की खबर पढ़ते हैं — तो वो बस “news” नहीं होती — वो बदलाव की शुरुआत होती है।

📌 सोचने की बात: 
हर रोज़ कुछ ऐसा होता है जो हमारे देश, समाज या भविष्य को बदल सकता है — लेकिन हम ध्यान नहीं देते। सोचिए अगर हम हर छोटी खबर को समझें, उस पर संवाद करें और उसे शेयर करें — तो समाज खुद-ब-खुद जागरूक बन जाएगा।

🗣️ दृष्टिकोण: 
आज से कोशिश करें — हर खबर को सिर्फ़ पढ़ें नहीं, समझें भी। आप क्या सोचते हैं? क्या खबरें सच में बदलाव ला सकती हैं?

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